नचिकेता (जन्म सावन पूर्णिमा, २३ अगस्त १९४५ को जहानाबाद (बिहार) जिला के माथुरापुर केऊर गाँव में) जाने माने नवगीतकार, लेखक और समीक्षक हैं। संप्रति वे झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग में यांत्रिक अभियंता के पद से सेवा निवृत्त होने के बाद अब स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं।
शिक्षा- मेकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि।
प्रकाशित कृतियाँ[]
सह संकलन- 'आदमकद खबरें', 'सुलगते पसीने', 'पसीने के रिश्ते',
गीत संग्रह-
- लिक्खेंगे इतिहास
- बाइसकोप का गीत
- सोये पलाश दहकेंगे
- नचिकेता के भजन
- रंग मैले नहीं होंगे
- मकर चाँदनी का उजास (२००४)
- कोई क्षमा नहीं
- तासा बज रहा है (२००६)
- पर्दा अभी उठेगा(२००६)
- रंग न खोने दें (२००७)
- जेठ में मधुमास (२००८)
- रेत में खोई नदी (२०१०)
- तुम मुझमें हो (२०११)
- हुआ यकीन नहीं (२०१४)
- तुम्हीं तो हो (२०१५)
गजल संग्रह- 'आइना दरका हुआ'
आलोचना- 'गीत रचना की नई ज़मीन
गीत विषयक निबंध संग्रह- शिनाख़्त
यशोधरा राठौर द्वारा संपादित 'श्रम सौंदर्य का साधक' (नचिकेता के व्यक्तित्व और कृतित्व का समीक्षात्मक अध्ययन)
संपादित कृतियाँ- 'बीज', 'अंतराल', 'अलाव' तथा 'हरित वसुंधरा का गीत अंक पंख-पंख आसमान' ( शांति सुमन के चुने हुए एक सौ एक गीत )
ईमेल- Shrinachiketa@gmail.com