परिचय[]
अभिज्ञात का जन्म उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले से गांव-कम्हरियां-खुशनामपुर में १ अक्टूबर १९६२ में हुआ था। उनका वास्तविक नाम हृदय नारायण सिंह है। उन्हें अभिज्ञात उपनाम हिन्दी के यशस्वी कवि डॉ.हरिवंश राय बच्चन ने दिया था। अभिज्ञात ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से हिन्दी में पीएच-डी की उपाधि प्राप्त की है।
अब तक उनके सात कविता संग्रह यथा-एक अदहन हमारे अन्दर, भग्न नीड़ के आर पार, आवारा हवाओं के खिलाफ चुपचाप, सरपता हूं, वह हथेली, दी हुई नींद और खुशी ठहरती है कितनी देर, बीसवीं सदी की आख़िरी दहाई, कुछ दुःख कुछ चुप्पियां और ज़रा सा नास्टेल्जिया प्रकाशित हैं। इसके अलावा उनके दो उपन्यास-अनचाहे दरवाज़े पर और कला बाज़ार तथा दो कहानी संग्रह तीसरी बीवी एवं मनुष्य और मत्स्यकन्या प्रकाशित हैं।
अभिज्ञात की पेंटिग एवं अभिनय भी में दिलचस्पी हैं। कई कला प्रदर्शनियों में उनकी पेंटिग्स प्रदर्शित हैं। उन्होंने चार बांग्ला एवं एक हिन्दी फ़ीचर फिल्म मे अभिनय किया है। जिनके नाम हैं एक्सपोर्टः मिथ्ये किन्तु सोत्ती, महामंत्र, एका एवं एका, जशोदा (सभी बांग्ला) एवं चिपकू (हिन्दी)। उन्होंने प्रतिमा बांग्ला धारावाहिक में भी अभिनय किया है। इसके अलावा बांग्ला शार्ट फ़िल्म ईश्वर और हिन्दी शार्ट फ़िल्म नोमोफोबिया यंत्र में भी अभिनय किया है। वे पेशे से पत्रकार हैं तथा सम्प्रति सन्मार्ग दैनिक में वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं।