उड़ने की मुद्रा में, परस्पर प्रकाशन संस्थान, सरगुजा हिन्दी साहित्य परिषद,शिल्पायन, सदर रोड, अम्बिकापुर, सरगुजा, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रकाशित अनिरुद्ध नीरव का पहला नवगीत संग्रह है। वर्ष २०१० में प्रकाशित इस पुस्तक में १४४ पृष्ठ हैं।
उड़ने की मुद्रा में की रचनाएँ[]
- फुलबसिया -अनिरुद्ध नीरव
- यह नदी -अनिरुद्ध नीरव
- पहाड़ी का शोकगीत -अनिरुद्ध नीरव
- और कुछ मेरा है -अनिरुद्ध नीरव
- उड़ने की मुद्रा में -अनिरुद्ध नीरव
- जंगल कपड़े बदल रहा है -अनिरुद्ध नीरव
- भीतर से भीतर जाने में -अनिरुद्ध नीरव
- रंग मरे हैं सिर्फ़ -अनिरुद्ध नीरव
- एक अदद तितली -अनिरुद्ध नीरव
- कटा हुआ खेत -अनिरुद्ध नीरव
- धान की यह फ़सल -अनिरुद्ध नीरव
- ख़त्म हुई बात -अनिरुद्ध नीरव
- रह गई कमी कोई -अनिरुद्ध नीरव
- दंशित मैं -अनिरुद्ध नीरव
- भरे नयन-सी -अनिरुद्ध नीरव
- चायवाली -अनिरुद्ध नीरव
- हरी-भरी बातें -अनिरुद्ध नीरव
- बच्चा कहाँ खेले -अनिरुद्ध नीरव
- देखता क्रिकेट एक आदमी -अनिरुद्ध नीरव
- तवे पर रोटी -अनिरुद्ध नीरव
- गगन हरा हुआ -अनिरुद्ध नीरव
- कुछ तो करो -अनिरुद्ध नीरव
- पहली ही तितली -अनिरुद्ध नीरव
- सर पे सड़क -अनिरुद्ध नीरव
- गुनगुनाती है -अनिरुद्ध नीरव
- तेल से लिथड़े -अनिरुद्ध नीरव
- पहिए से आदमी -अनिरुद्ध नीरव
- चूल्हा अलग हुआ -अनिरुद्ध नीरव
- जरीब गिरा खन -अनिरुद्ध नीरव
- तितलियाँ पकड़ने के दिन -अनिरुद्ध नीरव
- ससुराल से बेटी -अनिरुद्ध नीरव