आचार्य संजीव वर्मा सलिल ने नागरिक अभियंत्रण में त्रिवर्षीय डिप्लोमा, बी.ई., एम.आई.ई., अर्थशास्त्र तथा दर्शनशास्त्र में एम.ए., एल.एल.बी., विशारद, पत्रकारिता में डिप्लोमा व कंप्यूटर ऍप्लिकेशन में डिप्लोमा किया है।
आपकी प्रथम प्रकाशित कृति 'कलम के देव' भक्ति गीत संग्रह है। 'लोकतंत्र का मकबरा' तथा 'मीत मेरे' आपकी छंद मुक्त कविताओं के संग्रह हैं। आपकी चौथी प्रकाशित कृति है 'भूकंप के साथ जीना सीखें'। आपने निर्माण के नूपुर, नींव के पत्थर, राम नाम सुखदाई, तिनका-तिनका नीड़, सौरभ, यदा-कदा, द्वार खड़े इतिहास के, काव्य मन्दाकिनी २००८ आदि पुस्तकों के साथ साथ अनेक पत्रिकाओं व स्मारिकाओं का भी संपादन किया है।
आचार्य संजीव वर्मा सलिल को उनके नवगीत संग्रह सड़क पर के लिये अभिव्यक्ति विश्वम के
अंतरराष्ट्रीय नवांकुर पुरस्कार - २०१५ से सम्मानित किया गया है।
बाह्य सूत्र[]
अभिव्यक्ति विश्वम का नवांकुर पुरस्कार
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अवनीश सिंह चौहान * कल्पना रामानी * रोहित रूसिया * आचार्य संजीव वर्मा सलिल * ओमप्रकाश तिवारी * संध्या सिंह * शुभम श्रीवास्तव ओम * रविशंकर मिश्र रवि * योगेन्द्र प्रताप मौर्य |